भारत वासी थे बे-सहारे अन्ना जी!
धन्यवाद् जो आप पधारे अन्ना जी!
राष्ट्रहित में जो लोकपाल बिल लाये हो
फैले हैं मन में उजियारे, अन्ना जी!
अब जनता अपने हाथों इन्साफ करे,
राजा है गद्दार, हमारे अन्ना जी!
नेताओं की चाल डरावा है कोरा
मरता साँप सदा फुफकारे अन्ना जी!
'नमन' आपको, मातृभूमि के जननायक,
सत्य, अहिंसा के रखवारे अन्ना जी!
-----(प्रवेश गौरी 'नमन')
धन्यवाद् जो आप पधारे अन्ना जी!
राष्ट्रहित में जो लोकपाल बिल लाये हो
फैले हैं मन में उजियारे, अन्ना जी!
अब जनता अपने हाथों इन्साफ करे,
राजा है गद्दार, हमारे अन्ना जी!
नेताओं की चाल डरावा है कोरा
मरता साँप सदा फुफकारे अन्ना जी!
'नमन' आपको, मातृभूमि के जननायक,
सत्य, अहिंसा के रखवारे अन्ना जी!
-----(प्रवेश गौरी 'नमन')
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